कबीर दरभंगा पहुँचता है और नफीसा को ज़रार की असलियत बताता है। नफीसा इस राज़ को जानकर बेहोश हो जाती है और कबीर उसे हॉस्पिटल लेकर जाता है। ज़रार की असलियत जानने के बाद नफीसा खुद को पुलिस के हवाले कर देती है और बता देती है कि ज़रार बांग्लादेश में है। कबीर तारा शेट्टी के साथ होम मिनिस्टर से ज़रार को वापस लाने के लिए सीमा पार के ऑपरेशन की मंजूरी लेने के लिए दिल्ली जाता है।