नासिर शेख (आदर्श गौरव) एक युवक है जो फिल्में बनाने का सपना देखता है, लेकिन उसके छोटे से शहर मालेगांव में केवल हिंदी मसाला फिल्मों में ही दिलचस्पी है। वह शफीक (शशांक अरोड़ा), फरोग (विनीत सिंह) और अकरम (अनुज सिंह दुहान) सहित दोस्तों के एक समूह को इकट्ठा करता है, ताकि एक फिल्म बनाई जा सके और अपने सपने को साकार किया जा सके, जिससे शहर में नया जीवन आ सके। नासिर एक शादी के कैमरामैन से उपकरण उधार लेते हैं और 1975 की फिल्म शोले का रीमेक बनाते हैं। यह फिल्म एक क्षेत्रीय हिट है, लेकिन नासिर की यात्रा कठिन होगी। यह फिल्म दोस्ती, साथ-साथ बढ़ने, दूरियां, पुनर्मिलन और सिनेमा की परिवर्तनकारी शक्ति की कहानी है।