एक सामान्य नक़द का पिकअप तब एक ख़तरनाक मोड़ लेता है जब एक बख़्तरबंद ट्रक के बेमेल चालकों रसल और ट्रेविस पर बेरहम मुजरिमों का हमला होता है जिसकी चालाकी से साज़िश रची है ज़ोई ने। जैसे ही यह अफ़रा-तफ़री मचती है, इस अतरंगी जोड़ी को ख़तरे, आपस में टकराने वाली शख्सियत और एक ऐसे बुरे दिन से जूझना होता जो हर बात पर बेकाबू हो रहा है।